गांव गांव जाकर जनता से मिलने पर पता चलता है, कि अखबार व tv न्यूज में जो दिखाया जाता है, वो गांव की जमीनी हकीकत से मिलों दूर है, आज भी जनता और उम्मीदवार दोनों ही भ्रम में है, अपनी बात कहने व सुनने के लिए, महिला आज भी अनजान है अपने अधिकारों से, हर तरह मतदाता व उम्मीदवार के बीच एक दूसरे को भ्रम में रखने का काम चल रहा है, अल्पसंख्यक मतदाता व उम्मीदवार यदि सचाई की बात कर भी रहे है तो कोई उनकी बात अनसुनी कर दी जा रही है रीता भुइयार बिजनौर

No Comments!