वर्तमान में जनता बदलाव चाहती है, लेकिन बदलाव कैसे हो, जब कोई व्यक्ति बीमार हो जाता हैं, तो सबसे पहले उसका खाना बंद कर दिया जाता है, फिर उसको उबाला हुआ पानी दिया जाता है,साथ ही। उसको आराम करने के लिए कहां जाता है, फिर थोड़ी दवाई दी जाती है, और व्यक्ति ठीक हो जाता है, वर्तमान में यदि भ्रष्टाचार खत्म करना है तो चुनाव के समय जनता को नेताओं के द्वारा दिया गया प्रसाद व विचार (tv, अखबार) भौतिक संसाधनों का त्याग कर, पूरे पांच वर्षो का स्वम स्मरण कर चुनाव से 15 व 20 दिन पहले किसी का कुछ नहीं खाना है और न ही किसी का विचार सुना है, लेकिन अपने आप पांच वर्षों का मंथन करना हैं, कि सरकार किसका फायदा और किसका नुकसान करना चाहती है, यदि जनता का फायदा चाहती है तो आज तक समस्या पर चर्चा क्यों नहीं हुई,सोचना जरूरी है, Reeta Bhuiyar

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