"ये बात तो सही है कि वर्तमान सरकार अच्छा काम नहीं कर रही है"✍️
"लेकिन वर्तमान में विपक्ष के जिन सांसदो को 2019 में गठबंधन के नाम पर जनता ने चुना था, वर्तमान में उन सांसदों ने विपक्ष में क्या भूमिका निभाई है"✍️
"या पार्टीयां गठबंधन के नाम पर व्यापारियों को इस तरह ही उम्मीदवार बनाती रहेगी, और अच्छे लोगों को किनारा करती रहेगी"✍️
"आज पार्टी मुखिया उन लोगों से ही मुलाकात करते है, जो पैसे वाले और व्यापारी है"✍️
"जनता के विपक्ष बहुमत विचार को पहले से ही पार्टीया बोली लगाकर, व्यापारी उम्मीदवार को बेच देती है"*✍️
"मेरा अनुभव है कि, आज भी उच्च और निम्न लेवल पर जाति धर्म और पैसे का बोल बाला है, जबकि भारतीय लोकतंत्र की परिभाषा धर्मनिरपेक्ष थी"*✍️
*"अभी भी विधानसभा 2022 के चुनाव में गठबंधन के नाम पर उन व्यक्तियों को उम्मीदवार बनाया जा रहा है, जिनके पास भरपूर पैसा है, जो व्यापारी है, जिनका सामाजिक हित में कोई योगदान नहीं है"*✍️
*( सरकारे हमेशा बदलती रही है, लेकिन विचार नहीं)*
*"2022 में सरकार बदलने पर नई सरकार के विरोध में फिर से आंदोलन नहीं होगा ये क्या गारंटी है, क्योंकि सरकार तो बदलती रहती है, लेकिन विचार नहीं बदलता, क्षेत्र का उम्मीदवार बदलता है, चेहरा और विचार नहीं बदलता है"✍️
"जबकि जनता को सरकार के साथ विचार भी बदलना था, जनता को अपने मत के द्वारा जातिधर्म रंग भाषा अमीर गरीब को छोड़कर एक अच्छे ईमानदार उम्मीदवार का चुनाव करना था"✍️
"जबतक भारत का प्रत्येक व्यक्ति चुनाव के लिए स्वयं की सोच स्थापित नहीं करेगा, तबतक सरकार और व्यक्ति तो बदलते रहेंगे, लेकिन भ्रष्टाचार और लूट की स्थिति नहीं बदलेगी"✍️ Reeta Bhuiyar
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