क्या आप बदलना नही चहाते
बदलाव चाहते है जी हां |
लोग बदलाव क्यो चाहते है क्या आप ने कभी सोचा है ? क्या आप अपना मोबाइल बदलना चाहते है जी हां!
क्यो
क्यो कि नया वर्जन आ गया है,
आप के जीवन को प्रसन करने के लिये भी नया वर्जन आगया है जानना चाहेंगे वर्जन का नाम.....
नया वर्जन है संविधान......
क्या आप इसको नही जानना चाहेंगे
तो आप ने अब तक क्या किया इसको जाने के लिये.....
क्या ऐसा हुआ है आप किसी दुकान मे गये हो और दुकानदार कहता है यही साबुन ले जाओ यही पेस्ट ले जाओ यही कमीज ले जाओ यही सडी सब्जी ले जाओ और आप उसे परखेे जाँचे बगैर घर ले लाते हो एैसा नही करते ना आप, तो क्या करते है दस बारा कमीज देखने के बाद उसमे से एक अच्छीवाली खरीदते हो,
शादी करते समय देख परखकर निर्णय लेते हो ;
पुरानी सब्जी नही खरीदते हो ताजी हरी भरी सब्जी लेते हो |
एक ही दुकान पर विश्वास नही करते हो बहुत सी दुकानों पर जाते हो
क्यो भाई
तो फिर क्या विचार लेते समय भी देख परखकर लेते हो?
विचारो का हमारे जीवन मे क्या महत्व है? हमारे विचार ही हमारे बच्चों की जिदगी को बनाते है,
विचार
अगर विचार इतना महत्वपुर्ण है तो लोग विचारो को जाचे परखे बगैर कैसे लेते है,
किसी तुच्छ चीज को लेते समय आदमी इतना सोच विचार करता है जो उसके साथ कुछ ही पल का साथ देती है,
लेकीन जिंदगी भर जो साथ देता है वो विचार लेने मे कंजुसी क्यो ? बहुत से सवालो का जवाब हमारे महापुरुषोने उसी समय दे दिये है लेकीन हम पढते नही है,
आप अगर बुद्ध को पढे कबीर को पढे संतो को पढे फुले आैर बाबासाहेब को पढे तो पाखंडियो के सभी सवालो का जवाब उनमे मिलेगा,
पाखंडी वही सवाल आपसे पुछते है जो आपको भ्रमित करते है क्यो की वो जानते है की आपने कुछ पढा ही नही
यदि कुछ पढ़ा है तो वो ही पढ़ा है जो पाखंडियो ने पढ़ाना चाहा क्यो की उनकी लिखी ही किताब हम पढ़ते है
हमको ज्ञान वान बनने के लिये सही की किताब पढ़नी होगी
हम विचारो के साथ न्याय करना चाहते है | हम विचारो मे परीवर्तन विचारो से करना चाहते है हिंसा से नही,
हमे हिंसा करने की जरूरत मेहसूस नही करते क्यो की हमे हमारे पाखंडियो के विचारो पर पुरा विश्वास है,
विचारो मे इतनी ताकद होनी चाहीए की उसके लिये हिंसा का सहारा लेने की नौबत ही ना आए,
जबरन थोपा गया विचार तब तक रहता है जबतक दबाव है लेकीन जैसे ही दबाव निकल जाता है विचार हवा मे उड जाते है,
आप को आज जो कुछ मिलरहा है वो है संविधान क्या आप इसके बारे में नही पड़ेंगे
क्या इसके बारे में अपने बच्चों को जानकारी नही देगे
बुद्ध /कबीर साहिब की कार्लमाक्स /बीजक मे बाबा साहब ने ये बताया था |
रीता भुइयार
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