सर छोटूराम को गरीबों का मसीहा कहा जाता था, सर छोटूराम दीन दुखियों और गरीबों के बंधु, तथा किसानों के लिए मसीहा थे,
सर छोटूराम कहते थे कि -
"ए मेरे भोले किसान, मेरी दो बात मान ले- एक बोलना सीख ले, दूसरा दुश्मन को पहचानना सीख ले"
सर छोटूराम को गरीबों का मसीहा कहा जाता था, सर छोटूराम दीन दुखियों और गरीबों के बंधु, तथा किसानों के लिए मसीहा थे,
सर छोटूराम कहते थे कि -
"ए मेरे भोले किसान, मेरी दो बात मान ले- एक बोलना सीख ले, दूसरा दुश्मन को पहचानना सीख ले"
कुसुम विहार कॉलोनी
कोतवाली रोड नजीबाबाद
बिजनौर (उत्तर प्रदेश)
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