. "शहीद दिवस पर कोटि कोटि नमन"✍️
"आज ही के दिन भगत सिंह,सुखदेव और राजगुरु को फांसी की सजा सुनाई गई थी। देश के लिए लड़ने मरने पर ही शहीद का दर्जा मिलता है"✍️
"गलत नीतियां और तानाशाही के लिए हमेशा से आंदोलन हुआ, उस वक्त अग्रेजो से लड़ाई थी, वर्तमान में अंग्रेजी नीतियों से लड़ाई है, अग्रेजी नीतियां मतलब किसी एक वर्ग का जो जानकार नहीं है उसके अधिकारों का मूल्यांकन न करके किसी विशेष वर्ग के अधिकारों का मूल्यांकन करना"✍️
"लेकिन वर्तमान में शहीद व स्वत्रंता सेनानी व विरोध की गरिमा को खत्म करने का काम किया गया है, साथ ही "गैर कानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम" का दुरुपयोग भी वर्तमान व पूर्व में किया है। इस पर अपनी राय जनता को बनानी होगी"✍️
"विचार को बदलना था, व्यक्ति को नहीं, वर्तमान नेताओं की जातिगत धार्मिक मानशिकता कभी न्याय संगत नहीं हो सकती है, इसलिए नेताओं को पढा लिखा नहीं बल्कि धर्मनिरपेक्ष मानशिकता के साथ न्याय संगत होना जरूरी है, जोकि लालची और पागल नहीं होना चाहिए"✍️
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