*महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि पर कोटि कोटि नमन*
गांधी जी ने अपने अन्तिम समय में करो या मरो का नारा दिया था
"गांधी जी को मारने वाले कभी देश भक्त नहीं हो सकते"
मनुष्य के हृदय में जब सन्देह हो जाता है, तो निराशा हमदर्द की तरह नजदीक आ जाती है, और आशा भ्रम बनकर भाग जाती है, कुछ इस तरह ही वर्तमान में आंदोलन को सरकार चला रही है,जैसे ही जनता की समझ में कुछ आता है, मीडिया नया मुद्दा जनता को दे देती है, और जनता पुराना मुद्दा भूल कर, नये मुद्दे पर लग जाती है, इस लिये हर राज्य में सरकार बना जाती है, जनता बाद में रोती है, ओर चुनाव के समय भ्रमित होकर नशे में डूब जाती है
एड.रीता भुइयार
नजीबाबाद जिला बिजनौर उप्र भारत
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