महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती की हार्दिक बधाई
महापुरुषों के जीवन की लड़ाई कर्मकांड और पाखण्डवाद से समाज को मुक्ति दिलाने के लिए थी,
जोकि आज पढ़ेलिखे व वैज्ञानिक दृष्टिकोन रखने वाले व्यक्तियों ने इसको नजरअंदाज किया है
जिसका परिणाम वर्तमान भारत में देखा जा सकता है,
वर्तमान में चित्र को नहीं "बल्कि" विचारों को जानकर अपने व्यवहार में बदलाव को अपनाए,
तभी हम आने वाली पीढ़ी को एक प्राकृतिक व्यवहारिक मार्ग दे सकते है।
प्रत्येक बच्चे की इच्छा आसमान की सैर करने की होती है, लेकिन बच्चे का जन्म के साथ पालन पोषण तो परमापराओ के पिंजरे में हुआ है, परमपराओ के रखवाले आज़ादी को अभिशाप बताकर स्वतंत्र उड़ान पर प्रतिबन्ध लगाए हुए है....
सामाजिक चिंतक
एड रीता भुइयार
जिला बिजनौर उप्र
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