वे ट्रेन के अनारक्षित डिब्बे में यात्रा करते, गंदगी धूल, गर्मी तथा ठंड का सामान करते हुऐ। जब वे बहुत
Oct 18, 2020वे ट्रेन के अनारक्षित डिब्बे में यात्रा करते, गंदगी धूल, गर्मी तथा ठंड का सामान करते हुऐ। जब वे बहुत थक जाते, तो अपनी चप्पलों को बैंग में रखकर उसका इस्तेमाल तकिया की तरह करते और एक झपकी ले लेते...उन्होंने कभी भी अपने सभी कार्यकर्ताओं से दूरी नहीं बना
कलाम साहब ने कभी भी भारत की जनता को धर्म और जाति के नाम पर नहीं देखा है वो सभी को भारतीय ही समझते थे
Oct 15, 2020कलाम साहब ने कभी भी भारत की जनता को धर्म और जाति के नाम पर नहीं देखा है वो सभी को भारतीय ही समझते थे देश के पूर्व राष्ट्रपति, महान वैज्ञानिक एवं भारत रत्न डॉक्टर ए.पी.जे. अब्दुल कलाम साहब 15 अक्टूबर 1931 में उनकी पैदाइश हुई थी कलाम साहब की पूरी ज़िं
पानी हवा और भोजन के द्वारा हम धीमा जहर ले रहे है, समझ नहीं आ रहा है कि हम जीवन देना का काम कर रहे है
Oct 14, 2020पानी हवा और भोजन के द्वारा हम धीमा जहर ले रहे है, समझ नहीं आ रहा है कि हम जीवन देना का काम कर रहे है या मौत बटाने का काम कर रहे है, समझ से परे
कबीर धर्मशाला शुक्रताल मुज्जफरनगर उत्तर प्रदेश में कार्यक्रम में भाग लेते हुये
Oct 13, 2020कबीर धर्मशाला शुक्रताल मुज्जफरनगर उत्तर प्रदेश में कार्यक्रम में भाग लेते हुये