जन्में सब एक बीज से, सबकी मिट्टी एक। मन मे दुविधा पड़ गई, हो गये रूप अनेक।। महापुरुषों ने हमेशा ही
Feb 27, 2021जन्में सब एक बीज से, सबकी मिट्टी एक। मन मे दुविधा पड़ गई, हो गये रूप अनेक।। महापुरुषों ने हमेशा ही भाई चारा बनाने का संदेश दिया है, ये तो मनुष्य ने ही अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के कारण आज महापुरषों को भी अलग अलग भाषा, जाति, धर्म और रंगों में विभाजित कर
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Feb 24, 2021गरीब जनता की शिक्षा रोजगार चिकित्सा इंसाफ सुरक्षा स्वत्रंत्रता के लिए जो भी आवाज उठाता है, वर्तमान सरकार उसको धर्म जाति पार्टी या देशद्रोह का रंग दे देती है, एक कदम संविधान की ओर