भारतीय जनता का भला निजीकरण में नहीं बल्कि सरकारी तंत्र में है...
Jul 19, 2023भारतीय जनता का भला निजीकरण में नहीं बल्कि सरकारी तंत्र में है...
एक किताब को लिखने के लिए जिस तरह एक एक शब्दों का चुनाव किया जाता है, उसके एक एक शब्दों के अर्थ को प्
Jul 18, 2023एक किताब को लिखने के लिए जिस तरह एक एक शब्दों का चुनाव किया जाता है, उसके एक एक शब्दों के अर्थ को प्रस्तुत किया जाता है, उसी तरह खेत में एक एक बीज को बोन से पहले जिस तरह उस खेत को तैयार किया जाता है, ये किसी मजदूर या किसान से छुपा नहीं है, मजदूर किसा
पहले जनता अपने क्षेत्र के व्यक्ति का चुनाव करने से पहले उस उम्मीदवार का चरित्र व्यवहार ईमानदारी व सम
Jul 16, 2023पहले जनता अपने क्षेत्र के व्यक्ति का चुनाव करने से पहले उस उम्मीदवार का चरित्र व्यवहार ईमानदारी व समाज के प्रति उसका योगदान से साथ लगाव देखती थी, वर्तमान में जनता उम्मीदवार का धर्म जाति पार्टी और उसकी सम्पति देखकर चुनाव करती है, भले ही वो उम्मीदवार
मेरे शब्दों को वो नजर अंदाज नहीं कर रहे है, बल्कि मेरे शब्दों को कोई समझ न ले, इसके लिए वो नफरती शब
Jul 13, 2023मेरे शब्दों को वो नजर अंदाज नहीं कर रहे है, बल्कि मेरे शब्दों को कोई समझ न ले, इसके लिए वो नफरती शब्दों को संगीत में मिलाकर जनता में परोस रहे है, शरीर को काम पर लगाकर मन को भ्रमित कर रहे है, कोई सोच न ले एकांत में रहकर षड्यंत्र को, इस लिए प्रत्येक