"सामाजिक व्यक्ति को समय समय पर समय देना उतना ही जरूरी" जितना की पौधों को वक्त पर पानी देना "संतुलन ब
Nov 13, 2021"सामाजिक व्यक्ति को समय समय पर समय देना उतना ही जरूरी" जितना की पौधों को वक्त पर पानी देना "संतुलन बनाए रखने के लिए वक्त हर क्षण बदलता रहता है" Reeta Bhuiyar
एक आंदोलन उस वाक्य हुआ करता था, एक आंदोलन वर्तमान में हो रहा है, उस वक्त भी जनता के अधिकार छीने जा र
Nov 06, 2021एक आंदोलन उस वाक्य हुआ करता था, एक आंदोलन वर्तमान में हो रहा है, उस वक्त भी जनता के अधिकार छीने जा रहें थे, आज भी जनता के अधिकार छीने जा रहे हैं, बस फर्क इतना सा है, कि वो अंग्रेज व्यापारी थे, और ये (...) व्यापारी है, समझने के लिए इशारा ही बहुत होता
प्रकाश दीपदान उत्सव की हार्दिक बधाई, प्रकाश मध्यम है, न कि वस्तु, प्राणी के सत्य और झूठ की पहचान के
Nov 04, 2021प्रकाश दीपदान उत्सव की हार्दिक बधाई, प्रकाश मध्यम है, न कि वस्तु, प्राणी के सत्य और झूठ की पहचान के लिए प्रकाश सहायक हैं लेकिन हम सत्य और झूठ को पहचानने के लिए सत्य और झूठ के अंतिम छोर तक जाना होगा, जहां से सत्य और झूठ का निर्माण हुआ है, वर्तमान में
भारत में शिक्षक, कर्मचारी, मजदूर किसान की बात मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री इस लिए नहीं मान रहे है, क्
Nov 01, 2021भारत में शिक्षक, कर्मचारी, मजदूर किसान की बात मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री इस लिए नहीं मान रहे है, क्योंकि मजदूर किसान शिक्षक बेरोजगार युवक ने मुख्यमंत्री व प्रधानमंत्री को (वोट किया ही नहीं) चुना ही नहीं, तो जब आपने इनका चुनाव ही नहीं किया तो ये आपकी