वक्त भी अजीव हो गया है, अमीर का झूठ अब प्रसाद हो गया है, गरीब का सच आज नजरअंदाज हो गया है, हमने लिख
Jul 10, 2021वक्त भी अजीव हो गया है, अमीर का झूठ अब प्रसाद हो गया है, गरीब का सच आज नजरअंदाज हो गया है, हमने लिखना चाहा वर्तमान का सच, तो उस सच को भी आज झूठ बता दिया गया है। ✍️ बचपन मैं बढ़ाएं गया सच को भी आज झूठा कर दिया गया है, सच बोलने पर ईनाम और झूठ बोलने पर
आध्यात्मिक शरीर और मन को हरक्षण हरपल महसूस करने का एक माध्यम है, इसको प्रकाश व अंधकार से बहार निकल क
Jul 06, 2021आध्यात्मिक शरीर और मन को हरक्षण हरपल महसूस करने का एक माध्यम है, इसको प्रकाश व अंधकार से बहार निकल कर महसूस किया जा सकता है, इसको किसी एक निश्चित शब्द से नहीं समझाया जा सकता है, अध्यात्मिक शक्ति से बड़ी से बड़ी व सूक्ष्म से सूक्ष्म को पल भर में ही ज
भारतीय सामाजिकता को बनाए रखने का उत्तरदायित्व भारत की विधानसभाओं व संसद में बैठे व्यक्तियों का है, ल
Jul 06, 2021भारतीय सामाजिकता को बनाए रखने का उत्तरदायित्व भारत की विधानसभाओं व संसद में बैठे व्यक्तियों का है, लेकिन वर्तमान में इसको खत्म किया जा रहा है, जनता के द्वारा नेताओं को अधिकारी रूप में देखा जा रहा है, जिसके कारण नेता अपना काम नहीं कर पा रहा हैं, और अध
वर्तमान में जनता बदलाव चाहती है, लेकिन बदलाव कैसे हो, जब कोई व्यक्ति बीमार हो जाता हैं, तो सबसे पहले
Jul 04, 2021वर्तमान में जनता बदलाव चाहती है, लेकिन बदलाव कैसे हो, जब कोई व्यक्ति बीमार हो जाता हैं, तो सबसे पहले उसका खाना बंद कर दिया जाता है, फिर उसको उबाला हुआ पानी दिया जाता है,साथ ही। उसको आराम करने के लिए कहां जाता है, फिर थोड़ी दवाई दी जाती है, और व्यक्ति